8 August 2020

एआईआरएफ AIRF महामंत्री की रेलमंत्री से मुलाकात, लंबित मसलों के हल होने की उम्मीद बढ़ी



एआईआरएफ महामंत्री की रेलमंत्री से मुलाकात ..

लंबित मसलों के हल होने की उम्मीद बढ़ी : शिवगोपाल  मिश्रा

नई दिल्ली, 8अगस्त । आँल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने आज रेलमंत्री पियूष गोयल से मिलकर कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं और लंबित मसलों  पर विस्तार से बात की और कहाकि जिन मसलों पर सैद्धांतिक  रुप से सहमति बन चुकी है, उनके संबंध में आदेश जारी कर दिया जाना चाहिए।  एक्ट अप्रेंटिस के मसले  पर एक बार फिर महामंत्री ने रेलमंत्री को विस्तार से जानकारी दी और कहाकि ये बच्चे तकनीकि रुप से काफी क्वालीफाइड है और भारतीय रेल के लिए ये काफी  लाभकारी  साबित होंगे। महामंत्री ने डीए के मामले में भी फैडरेशन की राय रेलमंत्री से साझा किया।
लगभग घंटे भर तक चली इस मुलाकात  में  कुछ मसलों पर रेलमंत्री पियूष गोयल ने रेलवे  बोर्ड के चेयरमैन को कहाकि  वो इन समस्याओं पर फैडरेशन  के साथ बात कर समाधान निकालें । ग्रेड पे 1800 और 4600 के मसले  पर कई दौर की बात हो चुकी है, मंत्रालय भी इस बात से सहमत है कि इस मसले का हल होना चाहिए, लेकिन मसला अभी तक  लटका हुआ है। श्री गोयल ने सीआरबी से कहाकि वो फैडरेशन के साथ बात करें और इस समस्या का समाधान निकालें। दरअसल फैडरेशन के मांग  है कि 1800 ग्रेड पे के 50 फीसदी कर्मचारियों को 1900 ग्रेड पे में शामिल कर लिया जाए, इसी तरह 4600 वालों को 4800 का ग्रेडपे दे दिया जाए, इससे उनके लिए आगे पदोन्नत का रास्ता खुल जाएगा।  
एक्ट अप्रेंटिस के मसले पर महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने रेलमंत्री से  लंबी  बात चीत की और कहाकि ये टेक्नीकल लोग है, इन्हें परीक्षा के दौरान नान टेक्नीकल पेपर थमा दिया गया, इससे ये लोग एक्जाम क्लीयर नहीं कर सके,इसके अलावा जो लोग पास  भी  हुए उन्हें फिजिकल टेस्ट के लिए दौड़ लगाने को कहा गया, काफी लोग इसकी वजह से रह गए। नतीजा ये हुआ कि जो  20 प्रतिशत का ब्रेकेट बनाया गया था, उसका लाभ नहीं हुआ। महामंत्री ने कहाकि हमें ये याद रखना होगा कि इन्होंने भारतीय रेल में रह कर अपनी अप्रेंटिसशिप पूरी की है और ये तकनीकि रुप से पूरी तरह क्वालीफाइड है। रेलमंत्री ने जब कोर्ट के डिसीजन की बात की तो महामंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि कोर्ट के फैसले के बाद भी देश भर में 50 हजार से ज्यादा अप्रेंटिस को नौकरी दी गई है। महामंत्री दोहराया ये नौजवान बच्चे हैं और इन्होंने काफी  समय रेल में बिताया है, ऐसे में इस मसले पर सहानिभूति पूर्वक विचार किया जाना  चाहिए। इस मामले में भी रेलमंत्री ने बोर्ड चेयरमैन से कहा है कि वो  फैडरेशन के साथ बात करें ।
डीए फ्रिजिंग पर महामंत्री ने कहाकि आप जानते हैं कि कोरोना के समय रेलकर्मचारियों  ने काफी मेहनत की और घर परिवार की चिंता किए बगैर चुनौतीपूर्ण काम करते रहे, ऐसे में जब इन्हें ईनाम दिया जाना चाहिए, उस वक्त डीए फ्रीज किए जाने से इनके  उत्साह पर असर पड़ रहा है। इस मसले पर मंत्रालय की ओर से ठोस पहल किए जाने की जरूरत है। रेलमंत्री ने कहाकि डीए के मामले में फैडरेशन के एक विस्तृत प्रजेंटेशन उपलब्ध कराए, फिर इस मामले में आगे बात चीत कर रास्ता  निकालने  का प्रयास किया जाएगा।
रेलमंत्री ने कहाकि रेलवे में 50 प्रतिशत रिक्त पदों को समाप्त किए जाने की  बात गलत है। उन्होंने कहाकि हमारी कोशिश है कि आगे जो भर्तियां हो, उसमें ज्यादातर भर्ती सेफ्टी ग्रेड में होंगी, जरूरत हुई तो इसमें और पोस्ट बढ़ाने का भी प्रयास होगा। रेलमंत्री ने दोहराया नम्बर आँफ पोस्ट कम नहीं किए जाएंगे, लेकिन नान सेफ्टी कटेगरी की कुछ ऐसी पोस्ट जो दस पंद्रह साल से रिक्त है, मुझे लगता है कि उन्हें समाप्त करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इस पर महामंत्री ने कहाकि इस समय भारतीय रेल में काफी पढे लिखे  बच्चे है, फैडरेशन का मानना है कि इनके इम्तहान लेकर पदोन्नत के अवसर उपलब्ध कराना चाहिए।



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