19 August 2020

सुदर्शन बैस ने किया मीडिया से सीधा सवाल EPS-95 Pension Scheme को लेकर !

 

सुदर्शन बैस (एक सामाजिक कार्यकर्त्ता) फेसबुक के माध्यम से इन्होने मीडिया से पूछा कुछ जरूरी सवाल,जो के हर पेंशनर्स को जानना चाहिए  । 

हे मेरे भारत के पत्रकारों क्या हो गया है तुम्हे अब सनसनी तेज और ब्रेकिंग न्यूज अब नही लिखते हो, छापते हों? 

एक आज के मेरे आझाद भारत के पत्रकार है जो सरकार को खुश रखने में मशगुल हो गये है और एक समय में गुलाम भारत के दौर में भारतरत्न स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी थे जो इंग्लंड में होते हुए भी अपने देश वासियों को अन्याय के खिलाफ जगाने और सरकार के गलत रणनीतियों के खिलाफ बेख़ौफ़ बेधडक लिख दिया करते थे.

सच में उस गुलामी में भी देश में लोकशाही का आभास मौजूद था और आज आझादी में भी सिर्फ सरकार की हुकुमशाही दिखाई देती है लोकशाही बची ही कहा अब?


हे मेरे भारत के पत्रकारों एक ब्रेकिंग न्यूज है जिसे तुम्हे अपने राष्ट्रकल्याण में अपना एहम योगदान देने का मौका है, आप ई.पी.एफ.ओ के बारे में लिखो यहा सरकार की गलत रणनीतियों का ढेर, सी.बी.टी मेम्बर्स की तानाशाही, ट्रेड यूनियन्स की सरकार और विरोधी दलों से हो रही दलाली और ई.पी.एफ.ओ के अध्यक्ष भारत के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ( स्वतंत्र प्रभार) की गैर जिमेदारी साफ़ नजर आएगी। 

मेरे देश समस्त पत्रकार भाइयों क्या एसा तो नही ना के ई.पी.एफ.ओ (EPFO) सरकार,नेताओं और उच्च शासकीय अधिकारियों के लिए सेकंड इन्काम का सोर्स बन गया हो? भगवान करे मेरा संदेह गलत साबित हो वरना मजदूरों अपने खून, पसीने और मेहनती जिन्दगी पे अफ़सोस होगा। 

टूट पड़ो भाइयों अगर तुम यहा अपनी ताकद दिखा दो तो न जाने मेरे कितने मजदूर भाइयों को न्याय मिल जाएगा जो जीवित है और मर गये दोनों को भी , किसी के भी मेहनत का पैसा सरकार या ई.पी.एफ.ओ दबानें का अधिकार नही है...अगर कोई नेशनल मीडिया बात करना चाहे तो वो 8380942330  नंबर पर उनसे संपर्क कर  सकतें  है।

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