माननीय सीताराम येचुरी सर,
सर आपसे सम्पर्क करने लिए जितनी भी कोशिशे की सब विफल रही, सर मै आपसे ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स के बदनसीबी के बारे में बात करना चाहता था, सर ग्रेट लेनिन, ग्रेट कार्लमार्क्स के उच्च विचारों से प्रेरित है आपकी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी जिन्होंने मजदूरों पे भांडवलदारो द्वारा हो रहे अन्याय और शोषण के प्रति क्रांती लाई सर आज भारत में ६५ लाख .
ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स भी ऐसे ही शोषण से गुजरते गुजरते यहाँ तक आए है बेहद कम तनख्वाह और सरकार द्वारा घटिया पेंशन स्कीम्स में उन्हें पूरी तरह फसा कर उन्हें बेहद कम पेंशन देकर खामोश कर दिया गया.
सर भारत के लेबर मिनिस्टर अपनी नैतिकता और अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से नही निभाते पिछले २ साल से नैक कमिटी बुलढाना द्वारा अनिश्चितकालीन अनशन आंदोलन चलाया जा रहा है पर सरकार का उसपर कोई असर नही हो रहा है.
आदरणीय सीताराम येचुरी सर क्रिपा करके आप और आपकी पार्टी इस केस के लिए आगे आए और इस अन्याय के खिलाफ हम गरीब पेंशनर्स की और से सरकार को जवाबदेही करे
सुदर्शन बैस
ई.पी.एस ९५ पेंशनरपुत्र
८३८०९४२३३०
पेंशनर्स रिएक्शन :
1. वारे भायी मेरे मर्द ईपीएस पेन्शन के मर्द चिरंजीव भारत का शेर अभी कम आशा है बढकर मिलनेकी मगर मरेतक असं हाम ईतनी आसानिसे बिलकुल छोडनेवाले नहीं ईनका फुगा जलदी फुटनेवाला हे.
2. भारत को सिर्फ राजनीतिक आजादी मिली है । यह पढ़ना बहुत जरूरी है कि कितनी पीढ़ियों को सामाजिक आजादी मिलेगी...
(भारत रत्न, संविधान निर्माता बाबासाहेब अम्बेडकर 🙏🙏)
आपका हर कथन अब तक बिल्कुल सत्य होता जा रहा है
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