1 September 2020

EPS 95 Pension Today Latest News : An Appeal by EPS-95 Pensioners to Asaduddin Owaisi (AIMIM )

 


जनाब बैरिस्टर असुद्दीन ओवेसी सहाब (अध्यक्ष एआइएमआईएम)
सर नांदेड महाराष्ट्र से मै सुदर्शन बैस एक ई.पी.एस ९५ पेंशनर का बेटा, सर सबसे पहले मै आपका, आपके पार्टी का और खासकर के इम्तियाज जलील सर का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूँगा लास्ट टाइमपर संसदसत्र में उन्होंने अपनी और से ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स का मुद्दा उठाया था.
असुद्दीन ओवैसी सहाब आज पेंशनर्स की हालात आप देखेंगे तो आप जरुर कुरआन में दी गई वह नसीहत याद करोगे के मजदूर का पसीना सुख जाने से पहले उसकी मजदूरी उसे दे देनी चाहिए. यहाँ तक भगवदगीता में भी भगवान श्रीकृष्ण ने साफ़ शब्दों में कहा है अगर आप धर्म करोगे तो ईश्वर को तुम्हे मांगना पड़ेगा पर यदि तुम कर्म करोगे तो ईश्वर को तुम्हे देना ही पड़ेगा.
सहाब काफ़ी नाइंसाफी हुई है ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स के साथ ३० से ३५ साल सर्विस करकर भी उन्हें पेंशन किसी को २०० किसी को ५०० किसी को ८०० किसी को १००० और ज्यादा' से ज्यादा किसी को २५०० हजार इतनी ही पेंशन मिलती है जिसमे ना रोजमर्रा का खर्चा निकलता है नाही दवाखाने का और उपरसे महंगाई अपनी सारी चरमसीमा पार कर चुकी है सो अलग.
सहाब सुप्रीमकोर्ट के आदेशों को भारत सरकार इम्प्लीमेंट तक नही करती. सहाब आप बैरिस्टर हो आप संविधान बहुत अच्छे से जानते हो आप एकबार ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स की केस में गौर से देखोंगे तो आप खुद जान जाओगे कितना फ्रोड हुआ है इन गरीब पेंशनर्स के साथ. इस केस को यह लोग जानबुझकर पेंडिंग दाल रहे है पिछले ६ सालों से और आए दिन कई पेंशनर्स अपनी जान गमा रहे है उन्होंने बेहद कठनाइयों निकाला और देश के कानून से इंसाफ मिलेगा यह आस रखते हुए अपनी आखरी सांसे ली. कई पेंशनर्स घर के बाहर तक नही निकल सकते बिमारी की वजह से, उमर के पड़ाव के कारण और कुछ पेंशनर्स नैक कमिटी जो इन ६५ लाख गरीब, शोषितों के इंसाफ के लिए लढ़ रहे उनका साथ दे रहे है.
ओवैसी सहाब आप हमेशा से सरकार के गलत रणनीतियों के खिलाफ बेख़ौफ़ आवाज उठाते हो. मै गुजारिश करता हूँ आपसे और इम्तियाज जलील सहाब से के वो ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स के लिए अपना दायित्व पूरी ईमानदारी से जैसे पहले भी उठाते आए है वैसे ही अब भी हम गरीब पेंशनर्स को न्याय दिलाने के लिए अपनी आवाज उठाएंगे.
असुद्दीन ओवैसी सहाब दुवा में याद रखूंगा 🙏🙏


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