🌹 हमें समझ मे नहीं आता कि क्यूँ हम ईपीएफ 95 के सदस्य सरकार द्वारा बलातथोपी गयी कपट पूर्ण योजना को ईपीएफओ द्वारा पेंशन योजना कहा जाता है, ये मात्र सरकारी कुचक्र है,
हमारे जमा धनराशि का व्याज भी पेंशन के रूप मे नहीं देता है, और हमारे ट्रेड यूनियन प्रतिनिधि हमारे पेंशन के लिए कभी कोई सार्थक प्रयास भी नहीं करते है !CBT बैठक महज एक खाना पूर्ति है क्युकी रिटायर कर्मचारी से इन्हे कोई चंदे की धनराशि नहीं प्राप्त होती है, तो आवाज़ क्यों उठाये,
हर CBT बैठक के पहले NAC के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय कमांडर अशोक राउत के द्वारा पत्र के माध्यम से, प्रतिनिधि के माध्यम से, संपर्क कर अपनी भावना से अवगत कराया जाता रहा है,
🌹 अतः सरकार से यह मांग है की ईपीएस 95 पीड़ित पक्ष के तरफ से NAC एक प्रतिनिधि नामित किया जाय जो पेंशनर का पक्ष प्रस्तुत करें !
🌹 हमारे भविष्य निधि का ही एक भाग ईपीएफओ रुपी बैँक मे मासिक रिकरिँग डिपाजिट योजना की तरह जमा हो कर सेवा निवृत्ति के समय एक बडा निवेश हो गया है तथा इसी फिक्स्ड डिपाजिट पर मासिक ब्याज पेंशन का नाम देकर इपीएफओ हमे बेकूफ़ बनाती रही है।
🌹 इस सरकारी षडयन्त्र से बचने के लिए हमें संगठित होकर अपनी आवाज़ उठाने और आंदोलन को मजबूर होना पड़ा ! जबकि ईपीएस 95 एक जमा योजना पर मिलने वाला प्रतिफल, जो हमारी जमा धनराशि पर व्याज भी नहीं,
🌹 हम इसे फिक्स्ड डिपोसिट की तरह बैंक मे, पोस्ट ऑफिस मे, जमा कराते तो उस पर मिलने वाला व्याज भी इस मिलने वाले पेंशन से कई गुना बड़ा होता, हमारे पैसे पर बैठा चौकीदार ( इपीएफओ ) हमें और श्रममंत्रालय को बेकूफ़ बनता रहा है, आशा है कि हमारे ईपीएस 95 के सदस्य हमारे विचार से सहमत होगे!
🌹सरकार से पुनः निवेदन है की -------
🌸CBT मे NAC का सदस्य नामित हो
🌸पेंशन के रूप मे 7500/- + महगाई भत्ता दिया जाय ( जिससे 2 बृद्धजन सम्मानित जीवन जी सके )
🌸मुफ्त चिकित्सा (आयुष्मान योजना के तहत हो )
धन्यवाद।
ईपीएस 95 सदस्य (पीड़ित पक्ष )
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