EPS 95 पेंशनरपुत्र माननीय राज्यसभा अध्यक्ष और माननीय लोकसभा अध्यक्ष
माननीय राज्यसभा अध्यक्ष और माननीय लोकसभा अध्यक्ष
अपने लिए तो सब लढते है पर औरों के लिए लढ़नेवाले बस कुछ ही होते है, ऐसे ही कुछ वीर योद्धाओने अपना बचा हुआ जीवन ई.पी.एस ९५ पेंशनर्स को इंसाफ दिलाने में लढते लढते न्योछावर कर दिया है मै गुजारिश करता हूँ.
आदरणीय राज्यसभा अध्यक्ष और लोकसभा अध्यक्ष से के संसद सत्र में इन नैककमिटी (राष्ट्रिय संघर्ष समिती बुलढाना) के महान वीर योद्धाओ के बलीदान को आदरभाव पूर्वक श्रध्दांजलि दोनों सदनों से मिले..
सुदर्शन भगवानसिंह बैस(ई.पी.एस ९५ पेंशनरपुत्र)
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