परम आदरणीय
प्रधान मंत्री,जी,
भारत,सरकार,न्यू दिल्ली।
आदरणीय महोदय,
हम इपीएस95 पेंशनर्स अपना हर संभव प्रयास कर थक चुके है ।हमने 2017 से अपनी पेंशन वृद्धि के लिए संघर्ष,अनुमया विनय,जनसंपर्क,धरना प्रदर्शन ,सांसदों,मंत्री गण से संपर्क किया गया । माननिया सांसद मथुरा के नेतृत्व में आपसे दो बार प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से मुलाकात भी की गई,महोदय द्वारा पेंशन वृद्धि हेतु आश्वासन भी दिया गया और इसी कढ़ी में आप द्वारा पीएमओ कार्यालय के राज्य मंत्री माननीय जितेंद्र सिंह को पत्रावली पर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए,पर अभी तक हमे मायूसी ही हाथ लगी है।
मान्यवर वर्तमान महगाई के इस दौर में हमे 1000 से3000 के मध्य पेंशन प्राप्त हो रही है जो वृद्धावस्था में एक बार दवा के साथ मेडिकल चेकअप के लिए तक पर्याप्त नहीं है।बाकी घर की जिम्मेदारियों को कैसे पूरा करें ये यकछ प्रश्न हमारे वजूद को समाप्त किए हुए है,हम पूरी तरह से टूट चुके हैं,थक चुके है,जब हम देखते है कि हमारे एमएलए,सांसद,मंत्री लाखों के भत्ते,पेंशन,वेतन प्राप्त कर तरह तरह के निः शुल्क सुविधाएं भी उठा रहे हैं और हम इपीएस95 पेशनर जिन्होंने अपनी युवा अवस्था के तीस बत्तीस वर्ष राज्य/केंद्र सरकार की समर्पित भावना से सेवा की,अपने वेतन से पेंशन की मद में कटौती भी कराई हमारे साथ पेंशन का दिखावा के मात्र हमे छला जा रहा है।ऐसा नहीं है कि ईपीएफओ के पास फंड नहीं है अगर ऐसा है तो वोह रेलाइस जैसी कंपनियों मै 2500 करोड़ की धनराशि का निवेश कैसे कर सकता है?
हम इस बात से कतई कुछ लेना देना नहीं की ईपीएफओ पेंशन वृद्धि के मामले को कैसे टाल रहा है,सुप्रीम कोर्ट कैसे तारीख पे तारीख दे वृद्ध जनों की कमर तोड़ रही है।हमे तो आपकी इतनी कृपा चाहिए कि हमे7500/+डी. ए. व चिकित्सा सुविधा अनुमन्य कर दी जाय,हमे पूर्ण विश्वास है कि आप हमारी उक्त मांग को स्वीकार कर हम 65 लाख इपीएस95 पेंशनर को सम्मानपूर्वक जीवन यापन का अवसर प्रदान करेंगे।
कोटि कोटि धनयवाद।
शमशुल हसन सिद्दीकी
जोनल कोर्डिनेटर
राष्ट्रीय संघर्ष समिति,लखनऊ
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