प्रति,
श्री संपादक
दैनिक वृतपत्र ,नागपुर
विषय :— दिनांक १३ एप्रिल २०२२ को भविष्य निर्वाह निधि कार्यालय पर सी बी आय के छापे।
महोदय,
उपरोक्त विषय के अनुरूप महाराष्ट्र टाइम्स, नागपुर प्लस के पहले पेज पर एवं बाक़ी वृतपत्रों द्वारा वार्ता को प्रसिद्धि देकर भविष्य निर्वाह निधि कार्यालय द्वारा लेखाओ के ज़रिए सतत अनियमितता द्वारा पूरे देश में लाखों करोड़ रूपयों का अपहार हुआ है यह बात अभी सिद्ध होते हुुये नजर आ रही है।
देशमे लाखो करोड़ों का अपहार,संबधित अधिकारी यों द्वारा राशि की वसूली हो:--
आज हमे ,देशके 67 लाख निवृत्ति धारकोंको रु ५००=००से २५००=०० निवृत्ति वेतन ,आजके महंगाई में देकर शासन और हमारी सरकार और इपिएफो वाहवाई लुटाने में ही धन्यता मान रही है ।निवृत्ति वेतन के लिए कमेटी पर कमेटीयों की स्थापना करके और उसी प्रकार हमें निवृती के बाद जो प्राप्त राशी,जो बँक मे जमा है उस पर दिन ब दिन ब्याज दर कम करकें शासन लाखों करोड़ रुपयो से हमेंही लूट रही है। यह हमें बड़े दुःख के साथ ना इलाज से बोलना पड़ रहा है।इस आर्थिक विवेचनात्मक हालात के कारण हमारे सन २०१५ से अभितक करिब करिब ३ से ३.५ लाख निवृती धारकों का स्वर्गवास हुआ है। समय समय पर क़ानून दुरुस्ती का अधिकार केवल राजकीय नेताओं का हि है यह बताने के बावजूद उनके कानपर जू तक रेंगती नहीं है । जमा राशियों का अपहार करके लाखों करोड़ों का नूकसान बताकर भी कार्यालयीन कर्मचारी/अधिकारी यों पर कार्यवाही करने में शासन समय लगाती है।
दिनांक ६ आक्टोबर २०१९ को ११ लाख करोड़ की अनियमितता का लेखा जोखा आंतरिक लेखापरिक्षण के द्वारा नामांकित वृत पत्र 'संदेश' ,अहमदाबाद के गुजराती वर्तमानपत्र में प्रसिद्ध वार्ता के नुसार भविष्य निधि ,उमरेड रोड कार्यालय पर धरना एवं मा मुख्यमहालेखा परीक्षक ,नई दिल्ली को दिनांक ०४.११.२०१९ को पत्र देकर १००% ऑडिट की माँग कियी थीं, लेकिन अभितक उस पर क्या कार्यवाही हुई यह मालूमात भी हमे प्राप्त नहीं हुयी है। हमारे पेन्शन में बढ़ोतरी भी नही लेकिन हमारे जमा राशी पर ईपीएफओ के अधिकारी ,कर्मचारियों को ७ पे के अनुसार सभी सुभीता के साथ रुपये 2000/- प्रति महा मेंडिकल सुभीता का भुगतान करने में शासन को मंजूरी देने में कोई तकलीफ नहीं हुयी लेकिन हमें यह योजना केवल फ़ंडेड है,इस कारण हम निवृती वेतन नही बढ़ा सकते /दे नही सकते यह बहाना करीब करीब ५० सो बार संसद में बताकर हमें निरुत्तर करके हम 68 लाख निवृत्ति धारकों को मौत के खाई में ढकेला जा रहा है। इसलिए हम शासन से विनम्रता के साथ मांग करते है कि हमारे जमा राशी के अपहरन करने वाले अधिकारियों ,कार्यालयों पर फ़ौजदारी के कलम लगाकर अपहार राशी की वसूली ब्याज के साथ करके निवृत्ति धारकों को न्याय दे यह बिन्ती। हमें सामाजिक न्याय के अनुरूप जीवन जिने के किये लिये विनाविलंब व्यवस्था बहाल हो।हमे सर्वोच्च न्यायलय से भी न्याय मिला है उसकी भी तामिल हों।
धन्यवाद
आपको मालूमात हेतु समन्वय समिती, नागपुर द्वारा कियी गयी कार्यवाही का पत्र सलग्न है। कृपया आप अपने लोकप्रिय दैनिक वृत पत्रों द्वारा हम पर होने वाले अन्याय को दूर करने हेतू यह बात सरकार दरबार तक पहुचाये यह विनम्र प्रार्थना एवंम बिन्ती।
धन्यवाद
आपके स्नेही ,
(प्रकाश पाठक, राष्ट्रीय महासचिव एवं श्री दादा जी झोड़े राष्ट्रीय सल्लागर )
निवृत्त कर्मचारी १९९५ समन्वय समिति, मुख्यालय, नागपुर,वामनराव गल्ली,नागपुर।12।
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